Uttarakhand News: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बड़ा ऐलान, देवभूमि में अब पूरे साल चलेगी यात्रा

Uttarakhand News: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बड़ा कदम उठाते हुए देवभूमि में यात्रा को पूरे साल जारी रखने का खाका तैयार किया है। उन्होंने बताया कि चारधाम के सभी शीतकालीन गद्दी स्थलों पर शीतकालीन यात्रा शुरू करने की योजना तैयार हो चुकी है और इसे तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। यह योजना उत्तराखंड को पर्यटन के नए आयाम पर ले जाने के लिए बनाई गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने यह बातें केदारनाथ की नवनिर्वाचित विधायक आशा नौटियाल के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि अब तक चारधाम यात्रा केवल चार से छह महीने ही चलती थी, लेकिन आने वाले समय में शीतकालीन स्थलों पर भी यात्रियों की आवाजाही सुनिश्चित की जाएगी, जिससे यह यात्रा पूरे साल जारी रह सके।
शीतकालीन यात्रा के लिए विशेष तैयारियां
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ठंड के मौसम में देश के कई हिस्सों में कोहरा छाया रहता है और सूरज के दर्शन नहीं होते। ऐसे में, यदि इन क्षेत्रों के लोग उत्तराखंड आएंगे, तो यहां उन्हें सूरज, हिमालय और शुद्ध वातावरण मिलेगा। इसके साथ ही, उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व उन्हें अद्वितीय अनुभव प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन यात्रा को लेकर राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि यात्रियों और पर्यटकों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। आने वाले समय में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य के शीतकालीन स्थलों पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
भूमि कानून को लेकर सख्ती
मुख्यमंत्री ने राज्य में भूमि कानून को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि नए भूमि कानून को लाने की घोषणा की जा चुकी है, और इसे लेकर कई स्तरों पर कार्य हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि जिन लोगों ने पहले से बने भूमि कानून का उल्लंघन किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने राज्यवासियों से अपील की कि ऐसे लोगों से जमीन न खरीदें जिन्होंने कानून का उल्लंघन किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड के मूल स्वरूप को बचाने के लिए भूमि कानून पर काम हो रहा है और सभी को इसमें सहयोग देना चाहिए।
मस्जिद विवाद पर कार्रवाई
उत्तरकाशी के मस्जिद विवाद पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ही कई संगठनों ने इस मामले पर ज्ञापन देकर अपनी आशंका जाहिर की थी। इसे देखते हुए जिला अधिकारी (DM) को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
जनता से सीधा संवाद
मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि वह जिलों में रुकने का शेड्यूल बना रहे हैं, जिसके तहत वे जिलों में जाकर जनता से संवाद करेंगे। इस दौरान विभिन्न विकास योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिलों में जनता की समस्याओं को सुना जाएगा और उनके समाधान के लिए तत्परता से कार्य किया जाएगा।
केदारनाथ में विकास कार्यों को गति
केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां की जनता ने जिस विश्वास के साथ उन्हें समर्थन दिया है, उसे पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकास कार्यों को और तेज किया जाएगा। इसके तहत केदारपुरी को और भव्य बनाने के लिए की गई घोषणाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
हरिश रावत के बयान पर प्रतिक्रिया
पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी के बारे में दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए धामी ने कहा कि आज पूरा विश्व जानता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में एक नई कार्य संस्कृति आई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दिल में देवभूमि बसती है, और यह बात हर किसी को पता है। यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरिश रावत ने भी इसे स्वीकारा है और सच बताया है।
शीतकालीन यात्रा से बढ़ेगा पर्यटन
शीतकालीन यात्रा योजना के जरिए राज्य सरकार का उद्देश्य है कि उत्तराखंड में साल भर यात्रियों और पर्यटकों का आवागमन बना रहे। इससे न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अधिक अवसर भी प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह यात्रा योजना उत्तराखंड को देश-विदेश में पर्यटन के एक नए गंतव्य के रूप में स्थापित करेगी।
नए भूमि कानून से होगा मूल स्वरूप का संरक्षण
भूमि कानून को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य के मूल स्वरूप को बचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने राज्यवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि इस कानून के जरिए उत्तराखंड की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नई योजनाएं न केवल उत्तराखंड को पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर को भी संरक्षित करेंगी। शीतकालीन यात्रा और भूमि कानून जैसे कदम राज्य के विकास की दिशा में एक बड़ा प्रयास हैं। उम्मीद है कि ये प्रयास उत्तराखंड को न केवल देश, बल्कि विश्व के मानचित्र पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करेंगे।