रुड़कीl सीएसआईआर केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान रुड़की में आज जनजातीय गौरव दिवस एवं जिज्ञासा 2.0 प्रोग्राम के तहत लगभग 100 छात्र-छात्राओ का शैक्षिक भ्रमण आयोजित किया गया। जिनमें शेफ़ील्ड स्कूल कलियर रुड़की और उच्च माध्यमिक विद्यालय, मुज़फ्फरनगर के छात्र-छात्राओ ने भाग लिया ।
सीएसआईआर-सीबीआरआई रूड़की के निदेशक प्रो. प्रदीप कुमार ने मुख्य अतिथि सुरेंद्र कुमार (हेड मास्टर और सामाजिक कार्यकर्ता) का स्वागत किया और निदेशक ने जीवन के तीन आवश्यक मूल्यों को विकसित करने के महत्व पर जोर दिया: अखंडता, चरित्र और नैतिकता, जो हमें अच्छे इंसान के रूप में परिभाषित करते हैं। सुरेंद्र कुमार ने जनजातीय दिवस के समापन समारोह पर एक प्रेरक व्याख्यान दिया। उन्होंने जनजातीय गौरव दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला, छात्रों को अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने और राष्ट्र के गौरव में योगदान देने का प्रयास करते हुए सांस्कृतिक विरासत को महत्व देने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस कार्यक्रम का संचालन डॉ.एस. मैती ने किया और उसके बाद संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक श्री नदीम अहमद ने जनजातीय गौरव दिवस के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला एवं मुख्य अतिथि का संक्षिप्त परिचय दिया । छात्रों ने प्रदर्शनी गैलरी का दौरा किया जहां वैज्ञानिकों और समन्वयकों ने सीएसआईआर-सीबीआरआई रूड़की में अनुसंधान एवं विकास कार्यों की जानकारी प्रदान की।
इस शैक्षणिक भ्रमण का उद्देश्य “सी एस आई आर – केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान” के इतिहास, संस्थान द्वारा किए गए महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स, अत्याधुनिक तकनीक से ऐतिहासिक इमारतों का परीक्षण एवं संरक्षण, देश के विकास में किए जाने वाले अन्य कार्यों आदि से परिचित कराना एवं स्वयं के जीवन के दैनिक कार्यों में तथा भवन संरक्षण में प्रौद्योगिकी के प्रयोग द्वारा जीवन को आसान बनाने के तरीकों पर चर्चा की ।
कार्यक्रम का समापन डॉ. हुमैरा अतहर के हार्दिक धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम श्रीमती कुमुद, श्री अवनीश, श्री मेहर सिंह, श्री अमन, श्री एस के नेगी, श्री कुशपेन्द्र अरोरा, डॉ. चन्दन स्वरूप मीना, डॉ. हेमलता, डॉ. ताबिश आलम, डॉ. नवीन निशांत, गौरव गोबिन्द शामिल थे ।