Dehradun Car Accident: देहरादून ONGC चौक हादसा में पुलिस गिरफ्तारी के करीब, जांच जारी
Dehradun Car Accident: देहरादून के ONGC चौक पर एक दुखद सड़क हादसे में छह युवकों की मौत हो गई थी, जिसमें एक इनोवा कार और एक कंटेनर ट्रक की टक्कर हुई थी। इस मामले में पुलिस अब कंटेनर के चालक की गिरफ्तारी के नजदीक पहुंच चुकी है, जिसे मेरठ निवासी अभिषेक चौधरी के रूप में पहचाना गया है। वहीं, इस हादसे में घायल सिद्धेश की हालत में सुधार हो रहा है, हालांकि वह अब भी बोल नहीं पा रहे हैं, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि उनकी स्थिति अब खतरे से बाहर है।
हादसे का विवरण
यह घटना उस समय घटी जब एक इनोवा कार और एक कंटेनर ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हुई। हादसे में छह युवकों की मौत हो गई, जबकि एक युवक सिद्धेश गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और पाया कि कंटेनर का नंबर HR 55J 4348 था। हादसे के समय कंटेनर में मेरठ का रहने वाला अभिषेक चौधरी चालक था। हादसे के बाद पुलिस ने अभिषेक के खिलाफ मामला दर्ज किया था और उसकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई तेज कर दी थी।
पुलिस का त्वरित एक्शन
पुलिस ने अभिषेक चौधरी की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछा दिया है और कहा है कि वह जल्द ही उसे गिरफ्तार कर सकती है। गिरफ्तार होने के बाद पुलिस यह भी जांच करेगी कि अभिषेक के साथ और कौन व्यक्ति था, जो हादसे के समय कंटेनर में मौजूद था। पुलिस इस मामले में विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या कंटेनर के पास सभी जरूरी दस्तावेज थे और क्या चालक के पास ड्राइविंग लाइसेंस था या नहीं।
कंटेनर के मालिक और बिक्री की जानकारी
जांच में यह भी सामने आया कि यह कंटेनर URC Logistics Private Limited Company द्वारा नरेश गौतम, निवासी सहारनपुर को बेचा गया था। यह बिक्री आपसी समझौते के आधार पर की गई थी और इसके बाद इस कंटेनर का रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया था। इस कंटेनर के जरिए नरेश गौतम ने देहरादून में एक ड्रिल मशीन भेजी थी, जिसका उपयोग कथित तौर पर निर्माण कार्यों में किया जाना था। पुलिस अब इस संबंध में नरेश गौतम से भी पूछताछ करने की योजना बना रही है।
सिद्धेश की हालत में सुधार
इस हादसे में घायल सिद्धेश की स्थिति को लेकर डॉक्टरों का कहना है कि उनकी हालत अब बेहतर हो रही है। हालांकि वह बोल नहीं पा रहे हैं, लेकिन अब वह खतरे से बाहर हैं। डॉक्टरों ने बताया कि सिद्धेश को गहरी चोटें आई थीं, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर है और इलाज जारी है। परिवार के सदस्य और दोस्तों ने सिद्धेश के लिए प्रार्थना की है और उन्होंने राहत की सांस ली है कि अब वह खतरे से बाहर हैं।
हादसे के कारणों की जांच
हादसे के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की और विभिन्न पहलुओं पर विचार किया। कंटेनर के चालक ने क्या गति से वाहन चलाया था, क्या वह शराब के प्रभाव में था, और क्या यह दुर्घटना चालक की लापरवाही के कारण हुई थी, इन सभी सवालों के उत्तर पुलिस तलाश रही है। पुलिस का मानना है कि अभिषेक चौधरी की गिरफ्तारी के बाद इन सभी सवालों के उत्तर मिल सकते हैं और हादसे की वजह को स्पष्ट किया जा सकेगा।
संदिग्ध दस्तावेज़ और वैधता की जांच
कंटेनर के दस्तावेजों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस यह जांच रही है कि क्या कंटेनर का कोई रजिस्ट्रेशन था या नहीं, और क्या चालक के पास सारे आवश्यक दस्तावेज थे। यह भी देखा जाएगा कि जिस कंटेनर को बिना रजिस्ट्रेशन के बेचा गया, क्या उस पर कोई कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इस मामले में पुलिस ने यह भी संकेत दिया है कि यदि पाया जाता है कि दस्तावेज़ में कोई कमी या गड़बड़ी है, तो और भी लोगों को जांच के दायरे में लाया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर घटना की प्रतिक्रिया
देहरादून में हुई इस दुर्घटना के बाद से सोशल मीडिया पर भी भारी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। लोगों ने हादसे के शिकार हुए युवकों को श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। वहीं, इस घटना पर चिंता जताते हुए लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि सड़क पर सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन क्या कदम उठा रहा है।
सड़क सुरक्षा और प्रशासन की जिम्मेदारी
इस तरह की घटनाओं से यह सवाल उठता है कि सड़क सुरक्षा के उपायों को लेकर प्रशासन कितनी तत्परता से काम कर रहा है। देहरादून में हाल ही में कई सड़क हादसों के कारण भी चर्चा में रही है, और अब इस हादसे ने एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा किया है। लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि प्रशासन को तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाने वाले चालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
देहरादून के ONGC चौक पर हुआ यह हादसा न केवल एक गंभीर सड़क दुर्घटना था, बल्कि इससे जुड़े कई महत्वपूर्ण सवाल भी उठे हैं, जिनका जवाब पुलिस की आगामी जांच में मिलेगा। घायल सिद्धेश की हालत में सुधार होने से एक उम्मीद की किरण जगी है, जबकि अभिषेक चौधरी की गिरफ्तारी और मामले की पूरी जांच से यह साफ होगा कि इस दुर्घटना के पीछे असली वजह क्या थी। पुलिस ने पहले ही संकेत दिया है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की गलती नहीं हो सकता, बल्कि इसमें अन्य पहलू भी हो सकते हैं, जिनकी जांच जारी है।