Delhi Elections: दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक सरगर्मियाँ अपने चरम पर पहुँच चुकी हैं। सभी राजनीतिक दलों ने अपनी गतिविधियों को तेज कर दिया है। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली में एक व्यापक जनसंपर्क अभियान शुरू किया है, वहीं कांग्रेस ने भी अपनी न्याय यात्रा आरंभ कर दी है।
इसी क्रम में, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी जनता तक अपनी पहुँच बनाने के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। इस संबंध में दिल्ली बीजेपी के पूर्वांचल मोर्चा ने बूथ स्तर पर अभियान चलाने का निर्णय लिया है। मोर्चा अध्यक्ष संतोष ओझा ने एक बैठक में अधिकारियों के साथ चर्चा की और निर्देश दिया कि जितने अधिक से अधिक पूर्वांचल के लोगों को बूथ स्तर पर जोड़ने का प्रयास करें।
पूर्वांचल मोर्चा का जनसंपर्क अभियान
दिल्ली बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष संतोष ओझा और अन्य पदाधिकारी दिल्ली के हर क्षेत्र में जाकर पूर्वांचल के लोगों को बीजेपी से जोड़ने की कोशिश करेंगे। मोर्चा अध्यक्ष के साथ-साथ राज्य उपाध्यक्ष और एनडीएमसी सदस्य दिनेश प्रताप सिंह भी इस अभियान का हिस्सा रहेंगे।
दिल्ली में 42 प्रतिशत पूर्वांचली जनसंख्या
ओझा ने बताया कि दिल्ली में लगभग 42 प्रतिशत पूर्वांचली लोग रहते हैं जिन्होंने दिल्ली के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनका कहना है कि चाहे कांग्रेस हो या आम आदमी पार्टी, किसी ने भी पूर्वांचली लोगों के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हर क्षेत्र में जाकर वहां के पूर्वांचली लोगों की समस्याओं को समझा जाएगा और उन्हें हल करने का प्रयास किया जाएगा।
छठ पूजा के दौरान घाटों की सफाई में अहम भूमिका
बीजेपी पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने छठ पूजा के दौरान घाटों की सफाई और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस जनसंपर्क अभियान के लिए बनाई गई रणनीति को अमलीजामा पहनाने के लिए मोर्चा प्रभारी विपिन बिहारी सिंह, सह प्रभारी मनीष सिंह, तीनों महासचिव जगदंबा सिंह, संजय तिवारी, विशाल सिंह और अन्य प्रमुख नेताओं ने बैठक में हिस्सा लिया।
केजरीवाल पर भजन कार्यक्रम रोकने का आरोप
दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने टीएमसी सांसद साकेत गोखले और स्थानीय विधायक अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया कि उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित भजन कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की। गुप्ता का आरोप है कि गोखले और केजरीवाल मित्र हैं और आयोजकों ने पूर्व सीएम केजरीवाल को निमंत्रण नहीं भेजा। इसके बाद गोखले ने पुलिस में शिकायत की और कार्यक्रम को रोक दिया गया। इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया।
बीजेपी का मास्टर प्लान: बूथ स्तर पर फोकस
बीजेपी ने इस बार के चुनाव में बूथ स्तर पर अभियान को मजबूती देने की रणनीति बनाई है। पूर्वांचल मोर्चा का बूथ स्तर पर काम करना यह सुनिश्चित करेगा कि हर क्षेत्र में लोगों तक बीजेपी की पहुंच हो। इस बार का चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने अपने बूथ कार्यकर्ताओं को विशेष ट्रेनिंग और दिशा-निर्देश दिए हैं, ताकि वे जनता के बीच जाकर बीजेपी के विकास कार्यों और योजनाओं को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत कर सकें।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की रणनीतियाँ
एक ओर जहाँ बीजेपी बूथ स्तर पर अपनी पहुँच को मजबूत कर रही है, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी केजरीवाल की अगुवाई में जनता के बीच जाकर अपनी उपलब्धियों को उजागर कर रही है। कांग्रेस भी न्याय यात्रा के माध्यम से जनता के बीच अपनी जगह बनाने का प्रयास कर रही है। यह चुनाव इस बार पूरी तरह से रणनीतियों का युद्ध बनने जा रहा है, जहाँ हर पार्टी बूथ स्तर पर जनता के दिल में जगह बनाने की कोशिश में जुटी है।
दिल्ली चुनावों का परिदृश्य और संभावित परिणाम
दिल्ली में विधानसभा की 70 सीटों पर फरवरी 2025 में चुनाव होने की संभावना है। सभी प्रमुख पार्टियाँ अपने जनसंपर्क अभियानों के माध्यम से जनता के दिलों में जगह बनाने का प्रयास कर रही हैं। बीजेपी का मानना है कि बूथ स्तर पर किए जा रहे ये प्रयास उन्हें जीत दिला सकते हैं। वहीं, केजरीवाल की जनता के बीच सीधी पहुँच और उनकी पार्टी की स्थानीय स्तर पर पकड़ भी इस चुनाव में अहम भूमिका निभा सकती है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में सभी प्रमुख पार्टियाँ अपने-अपने स्तर पर रणनीतियाँ बना रही हैं। बीजेपी का बूथ स्तर पर काम करना और पूर्वांचल समुदाय के बीच पहुँच बढ़ाना, उन्हें बड़ी संख्या में मतदाताओं तक पहुँचाने में सहायक हो सकता है। इसके विपरीत, केजरीवाल की जनसंपर्क अभियान और कांग्रेस की न्याय यात्रा जनता के दिलों पर क्या असर छोड़ती है, यह देखना दिलचस्प होगा।