Uttarakhand News: 20,000 रुपये के इनाम से घोषित अपराधी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, दर्ज हैं कई आपराधिक मामले
Uttarakhand News: उत्तराखंड के पुलिस विभाग ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो लंबे समय से फरार था और जिस पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित था। आरोपी को भूदाकिसनी गांव से गिरफ्तार किया गया है, और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस गिरफ्तारी के साथ पुलिस ने अपराधियों और फरार आरोपियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में एक और बड़ी सफलता हासिल की है।
कई गंभीर आरोपों में लिप्त है आरोपी
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम नारी चंद है, जो कुटरा गांव का निवासी है। नारी चंद के खिलाफ कोतवाली में सात एफआईआर दर्ज हैं, जिनमें एससी-एसटी, वन अधिनियम, खनन, लूट और सरकारी काम में रुकावट डालने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। इसके अलावा, 2022 में एक हत्या के प्रयास का मामला भी उसके खिलाफ दर्ज है। दिसंबर 2022 में नारी चंद और दीपक राम के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें नारी चंद हत्या के प्रयास में शामिल था। जबकि दीपक राम को गिरफ्तार कर लिया गया था, नारी चंद उस समय से फरार था। इस पर पुलिस ने 20,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
फरार अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस ने किया विशेष अभियान
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर इस समय उत्तराखंड पुलिस द्वारा एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य फरार अपराधियों और हिस्ट्रीशीटर्स को पकड़ना है। पुलिस का मुख्य ध्यान उन अपराधियों पर है, जो वनकर्मियों पर हमला करने और राज्य की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में संलिप्त हैं। इस अभियान के तहत राज्यभर के विभिन्न इलाकों से फरार अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस द्वारा विशेष रणनीति बनाई गई है।
कोतवाल मनोहर सिंह दासौनी ने बताया कि नारी चंद एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है, और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई प्रयास किए थे। इसके खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज थे, और उसका नाम राज्य में अपराधियों की सूची में सबसे ऊपर था। पुलिस विभाग ने नारी चंद की गिरफ्तारी के लिए स्थानीय सूत्रों और मुखबिरों का इस्तेमाल किया और उसे पकड़ने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की।
सूचना पर पुलिस ने की घेराबंदी और गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, रविवार को उन्हें सूचना मिली कि नारी चंद भूदाकिसनी गांव में छिपा हुआ है। इस सूचना के आधार पर, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अपनी टीम को भेजा और खुद भी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने पूरी रणनीति के तहत भूदाकिसनी गांव के देवकला-भूदाकिसनी रोड पर घेराबंदी की और नारी चंद को गिरफ्तार कर लिया।
इस गिरफ्तारी में कोतवाल मनोहर सिंह दासौनी के साथ कांस्टेबल नवीन खोलीया, रोहित कुमार, मोनू कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों की टीम भी शामिल थी। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे हल्द्वानी उप-जेल भेज दिया गया।
वनकर्मियों में था आतंक
नारी चंद का नाम राज्य के वनकर्मियों के बीच डर और आतंक का कारण बन चुका था। इसके खिलाफ वन अधिनियम से जुड़े कई मामले दर्ज थे, जिसमें आरोप था कि उसने वन कर्मियों के काम में रुकावट डालने का प्रयास किया और कभी-कभी उन पर हमला भी किया। इसके अलावा, नारी चंद पर खनन से जुड़े अवैध कार्यों में भी शामिल होने का आरोप था।
वन विभाग के कर्मचारियों ने कई बार पुलिस से शिकायत की थी कि नारी चंद उनके कार्य में अवरोध डालता है और उन्हें धमकाता है। ऐसे में पुलिस की इस कार्रवाई से वनकर्मियों में भी राहत की लहर है, जो अब निश्चिंत होकर अपने कार्य को कर सकते हैं।
पुलिस की रणनीति और अभियान की सफलता
उत्तराखंड पुलिस द्वारा शुरू किए गए इस विशेष अभियान को अब तक काफी सफलता मिली है। पुलिस विभाग ने राज्यभर में ऐसे कुख्यात अपराधियों और हिस्ट्रीशीटर्स को पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया है, जो लंबे समय से फरार थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, और वे हर उस व्यक्ति को पकड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो राज्य में अपराध कर रहे हैं।
मणिकांत मिश्रा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, ने कहा कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य राज्य में शांति बनाए रखना और अपराधियों को सख्त सजा दिलवाना है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस की सक्रियता के कारण राज्य में अपराधों में कमी आई है और भविष्य में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
सार्वजनिक सुरक्षा को लेकर जागरूकता
इस गिरफ्तारी से यह साफ संदेश जाता है कि राज्य पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस घटना ने यह भी दर्शाया कि पुलिस विभाग अब अपने अभियानों में और ज्यादा सक्रिय है और जनता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहा है। इसके अलावा, पुलिस की कार्यवाही से राज्य के नागरिकों में भी सुरक्षा का एहसास बढ़ा है।
नारी चंद की गिरफ्तारी के बाद राज्य में अपराधियों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। अब यह देखना होगा कि पुलिस विभाग इस अभियान को और कैसे आगे बढ़ाता है और कितने अन्य फरार अपराधियों को पकड़ने में सफल होता है।
उत्तराखंड पुलिस द्वारा नारी चंद की गिरफ्तारी एक बड़ी सफलता है, और इसने राज्य के अपराधियों के खिलाफ पुलिस की दृढ़ता को सिद्ध किया है। इस अभियान को देखते हुए यह उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य में कानून-व्यवस्था बेहतर होगी और अपराधियों को जल्द ही सख्त सजा मिलेगी।