Uttarakhand Foundation Day: मुख्यमंत्री धामी ने प्रवासी सम्मेलन का उद्घाटन किया, 24 साल के सफर पर मंथन

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Uttarakhand Foundation Day: उत्तराखंड राज्य आज अपने 24वें स्थापना दिवस का जश्न मना रहा है। इस खास मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को संबोधित करते हुए राज्य की 24 वर्षों की यात्रा पर विचार विमर्श किया। इस अवसर पर खासतौर पर राज्य के प्रवासी लोग भी अपनी मातृभूमि से जुड़ने के लिए एकजुट हुए, जो दशकों से देश के विभिन्न हिस्सों में बसे हुए हैं।

मुख्यमंत्री धामी की पहल पर इस बार राज्य सरकार द्वारा पहली बार ‘प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन’ का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का उद्घाटन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून विश्वविद्यालय में दीप प्रज्वलित करके किया। इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, अभिनेता हेमंत पांडे, विधायक विनोद चमोली समेत कई प्रमुख अतिथि उपस्थित रहे।

प्रवासी सम्मेलन का उद्देश्य और मंथन

इस सम्मेलन के माध्यम से मुख्यमंत्री धामी सरकार ने राज्य के प्रवासियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल की हैं और उत्तराखंड तथा देश का नाम रोशन किया है। इस अवसर पर राज्य सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता हासिल करने वाले प्रवासियों को सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें उनके विभिन्न कार्यों, जैसे शिक्षा, विज्ञान, कला, खेल, और समाज सेवा में उनके योगदान के लिए दिया जाएगा।

प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में तीन सत्र आयोजित किए गए हैं। इन सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें राज्य के विकास, प्रवासियों की भूमिका और उनके योगदान, और राज्य के विकास में प्रवासियों को किस प्रकार शामिल किया जा सकता है, जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श किया जाएगा।

उत्तराखंड के 24 वर्षों का सफर

उत्तराखंड के स्थापना दिवस के इस आयोजन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विकास के बारे में भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ने पिछले 24 वर्षों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़कों की स्थिति, या पर्यटन का क्षेत्र हो, राज्य ने इन सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।

मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में किए गए विकास कार्यों का उल्लेख किया और बताया कि इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रवासियों के लिए कई योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, ताकि वे अपने अनुभव और कौशल का उपयोग राज्य के विकास में कर सकें।

प्रवासी उत्तराखंडियों का योगदान

उत्तराखंड के प्रवासी उत्तराखंडी हमेशा से ही राज्य के गौरव को बढ़ाने का काम करते आए हैं। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बसे लोग अपने-अपने कार्यक्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इस सम्मेलन के माध्यम से राज्य सरकार ने इन प्रवासियों के योगदान को मान्यता देने का निर्णय लिया है, ताकि वे आगे भी अपने राज्य के विकास में भागीदार बन सकें।

स्वास्थ्य और शिक्षा में प्रगति

उत्तराखंड राज्य ने पिछले कुछ वर्षों में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी बेहतरीन काम किया है। सरकार द्वारा कई योजनाएं शुरू की गई हैं, जो विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं। इसके साथ ही, पर्यटन क्षेत्र में भी उत्तराखंड ने एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया है और इसे देश-विदेश में लोकप्रियता मिली है।

उत्तराखंड के 24 वर्षों के सफर को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि राज्य ने अपने गठन के बाद कई कठिनाइयों का सामना किया है, लेकिन आज राज्य एक सफल और प्रगतिशील राज्य के रूप में उभरा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार की योजनाओं और प्रवासी उत्तराखंडियों के योगदान से राज्य ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से राज्य सरकार का प्रयास है कि उत्तराखंड के विकास की गति को और तेज किया जाए और राज्य के प्रवासियों के योगदान को सम्मानित किया जाए।

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