Panchayat elections: पंचायत चुनाव में होगी सरकार की पहली परीक्षा हरिद्वार जिले में होने है पंचायत चुनाव

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मार्च 2020 में हो गया था कार्यकाल समाप्त

Panchayat elections:

रुड़की।विधानसभा चुनाव सकुशल संपन्न हो जाने के बाद अब जिला हरिद्वार में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। पंचायत चुनाव को लेकर जहां देहाती इलाकों में सरगर्मियां बढ़नी शुरू हो गई है वहीं यह चुनाव भाजपा सरकार के की पहली परीक्षा भी होगी। जिला हरिद्वार में मार्च 2020 में पंचायत चुनाव का कार्यकाल समाप्त हो गया था।सभी से सभी ग्राम पंचायतें प्रशासक के हवाले है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि सरकार गठन के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की घोषणा हो जाएगी।

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जनपद हरिद्वार में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल मार्च 2020 में समाप्त हो गया था। इसके साथ ही जिला पंचायत का कार्यकाल भी पूरा हो गया था। जिसके बाद सरकार ने ग्राम पंचायतों को प्रशासकों के हवाले कर दिया था। प्रशासकों का 6 माह का कार्यकाल पूरा होने के बावजूद भी जनपद हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव नहीं हो पाए थे। जिसको देखते हुए पर प्रशासकों का कार्यकाल 6 माह के लिए और बढ़ा दिया गया था। इस बीच जिला प्रशासन ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी थी। विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन भी हो गया था और आरक्षण सूची को प्रकाशन के लिए अंतिम रूप दिया जा रहा था। इसी दौरान विधानसभा चुनाव का आगाज हो गया।

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इसके बावजूद जिला प्रशासन ने आरक्षण सूची का प्रकाशन करने की तारीख दे निश्चित कर दी थी। लेकिन निर्धारित कार्यक्रम से पहले ही घोषित तिथि को स्थगित कर दिया गया था। लेकिन इसी बीच कांग्रेस ने चुनाव आयोग में दस्तक देकर जिला हरिद्वार में प्रकाशित होने वाले आरक्षण सूची व पंचायत चुनाव पर रोक लगाने की मांग की थी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने आरक्षण सूची प्रकाशित करने पर रोक लगा दी थी। कांग्रेस का मानना था कि राज्य में उसकी सरकार बन जाएगी और वह कांग्रेस शासनकाल में ही जिला हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराएगी। लेकिन विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस का सपना पूरा नहीं हो पाया। राज्य की जनता ने भाजपा को फिर से पूर्ण बहुमत दिया अब जबकि जल्द ही राज्य में भाजपा की सरकार बनने की संभावना है। जिसके बाद पंचायत चुनाव का बिगुल बज सकता है। इन्हीं कयासों को लेकर ग्रामीण इलाकों में पंचायत चुनाव की सरगर्मियां अटकलों के बीच शुरू हो गई है।

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हालांकि अभी आरक्षण की सूची का भी प्रकाशन नहीं हो पाया है। लेकिन इसके बावजूद भी ग्रामीणों का मानना है कि सरकार गठन के बाद पंचायत चुनाव का आगाज हो जाएगा और इसी को लेकर संभावित दावेदारों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि अभी यह कहना मुश्किल है कि पंचायत चुनाव कब होंगे।इस पर सभी की निगाहें लगी हुई है। वही सरकार की भी हरिद्वार पंचायत चुनाव में अपनी पहली परीक्षा से गुजरना होगा।

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रामपुर समेत चार निकायों के भी होने है चुनाव 

रुड़की। रामपुर पाडली,पाड़ली गुज्जर, इमली खेड़ा व ढ़ढेरा में भी निकाय चुनाव होने हैं लेकिन अभी तक यह चारों निकाय बिना जनप्रतिनिधियों के ही चल रही हैं।

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निवर्तमान भाजपा सरकार ने साल 2020 में रामपुर,पाडली गुज्जर, इमलीखेड़ा व ढंडेरा का ग्रामसभा का दर्जा समाप्त कर नगर पंचायत घोषित कर दी थी और बाकायदा तौर पर चारों निकायों में अधिकारियों के तैनाती भी कर दी गई थी। लेकिन सरकार अभी तक इन निकायों में चुनाव नहीं करा पाई है, और चारों निकाय बिना जनप्रतिनिधियों के ही चल रही है।

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नागरिकों का मानना है कि जल्दी ही राज्य में सरकार वजूद में आ जाएगी और जनपद हरिद्वार की इन चारों नगर निकायो के चुनाव की घोषणा हो जाएगी।ताकि नगर पंचायत बोर्ड वजूद में आ सके। अब देखने वाली बात यह है कि सरकार इन नवसृजित नगर निगम के चुनाव की घोषणा कब करती है।इस पर सभी नागरिकों की नजर बनी हुई हैं ।

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