Uttarakhand में यात्रा करना होगा आसान, बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा, हेलीकॉप्टर सेवा जल्द शुरू

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Uttarakhand: उत्तराखंड के तीर्थस्थलों की यात्रा अब और भी आसान होने जा रही है। विशेष रूप से बुजुर्गों के लिए यहां यात्रा करना अब और भी सुविधाजनक हो जाएगा, क्योंकि राज्य सरकार ने एयरलाइंस और हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत करने का निर्णय लिया है। इन नई सेवाओं से यात्रियों को न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यात्रा का अनुभव भी शानदार रहेगा।

दिल्ली-पिथौरागढ़ के लिए 42 सीटों वाली विमान सेवा का शुभारंभ  

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के लिए 7 नवंबर से दिल्ली से विमान सेवा की शुरुआत होने जा रही है। इस सेवा को Alliance Air द्वारा संचालित किया जाएगा, जिसमें 42 सीटों वाली विमान का उपयोग किया जाएगा। दिल्ली से पिथौरागढ़ तक की यात्रा अब कुछ घंटों में पूरी हो सकेगी, जबकि पहले यह यात्रा 16 घंटे लंबी सड़क यात्रा के रूप में होती थी। यह विमान सेवा पिथौरागढ़ जिले के नैनि सैनी हवाई अड्डे पर सफलतापूर्वक विमान की लैंडिंग के बाद शुरू की जा रही है।

इस नई सेवा से न केवल पिथौरागढ़ जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह सीमा क्षेत्र में यात्रा को भी और अधिक सुलभ बनाएगा। साथ ही, जो पर्यटक आदिकैलाश और ओम पर्वत यात्रा पर जाने के लिए उत्तराखंड आते हैं, उनके लिए यह सुविधा वरदान साबित होगी। अब वे कम समय में अपनी यात्रा पूरी कर पाएंगे और अपनी यात्रा का आनंद भी ले सकेंगे।

गौचर और जोशीमठ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत

पिथौरागढ़ के बाद, हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत गौचर और जोशीमठ के लिए भी की जाएगी। यह सेवा भी 7 नवंबर से शुरू हो रही है और इसकी बुकिंग 13 नवंबर से शुरू होगी। गौचर और जोशीमठ जैसे तीर्थ स्थल, जहां पहुंचने के लिए पहले लंबी और कठिन यात्रा करनी पड़ती थी, अब हेलीकॉप्टर सेवा के जरिए पहुंचना और भी आसान हो जाएगा। इस नई सुविधा के शुरू होने से यात्रियों के लिए समय की बचत होगी और तीर्थ यात्रा को एक नई दिशा मिलेगी।

यमुनोत्री धाम के लिए हेलीकॉप्टर सेवा अगले साल से

उत्तराखंड सरकार ने अगले साल से यमुनोत्री धाम के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने की योजना बनाई है। यमुनोत्री धाम तक पहुंचने के लिए अब तक कठिन पैदल यात्रा करनी पड़ती थी, लेकिन अब हेलीकॉप्टर सेवा से यह यात्रा बेहद आसान हो जाएगी। इसके लिए यमुनोत्री धाम के पास एक हेलिपैड का निर्माण किया गया है, जहां हेलीकॉप्टर की सफल परीक्षण लैंडिंग हो चुकी है।

यह विशेष सुविधा सबसे पहले उन वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की जाएगी जो 55 वर्ष से ऊपर के हैं और जिन्हें पैदल यात्रा करने में कठिनाई होती है। अब वे हेलीकॉप्टर सेवा के जरिए आराम से यमुनोत्री धाम पहुंच सकेंगे और वहां के दर्शन कर सकेंगे। इस कदम से वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा को सुगम बनाया जाएगा और उन्हें आराम से यात्रा करने का अवसर मिलेगा।

नई विमान और हेलीकॉप्टर सेवा का प्रभाव

इन नई सेवाओं का उत्तराखंड के पर्यटन क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। पिथौरागढ़ और अन्य सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, और यात्री अधिक आसानी से उत्तराखंड के पर्वतीय और धार्मिक स्थलों तक पहुंच सकेंगे। इसके अलावा, इन सेवाओं से यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा और समय की भी बचत होगी।

साथ ही, हेलीकॉप्टर सेवा से अधिक से अधिक श्रद्धालु उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थलों तक पहुंच सकेंगे। विशेष रूप से, जिन लोगों के लिए लंबी और कठिन पैदल यात्रा करना मुश्किल होता है, उनके लिए यह सेवा वरदान साबित होगी।

आर्थिक दृष्टिकोण से लाभ

इस विमान और हेलीकॉप्टर सेवा का राज्य की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा। पर्यटन क्षेत्र में बढ़ोतरी से न केवल स्थानीय व्यवसायों को लाभ मिलेगा, बल्कि राज्य को भी अधिक राजस्व प्राप्त होगा। इससे उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का मौका मिलेगा।

इसके साथ ही, इन सेवाओं के शुरू होने से राज्य में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। विमान सेवा, हेलीकॉप्टर सेवा और इससे संबंधित अन्य सुविधाओं के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई यह नई विमान और हेलीकॉप्टर सेवाएं राज्य में तीर्थ यात्रा करने वाले पर्यटकों के लिए एक शानदार पहल हैं। इससे यात्रा का समय कम होगा और तीर्थ स्थलों तक पहुंचना और भी आसान हो जाएगा। साथ ही, बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधाओं की शुरुआत से तीर्थ यात्रा को और भी सुगम बनाया जाएगा।

आने वाले वर्षों में इन सेवाओं के विस्तार से उत्तराखंड में पर्यटन के नए आयाम खुलेंगे और राज्य के पर्यटन उद्योग को एक नया मुकाम मिलेगा।

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