Tamil Nadu Crime: नौकरानी को गर्म लोहे और सिगरेट से जलाने के बाद की हत्या, बाथरूम में छोड़ा शव, दंपति फरार

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Tamil Nadu Crime: तमिलनाडु के चेन्नई में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां एक 15 वर्षीय नाबालिग घरेलू सहायिका के साथ पहले बेरहमी से अत्याचार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने इस मामले में एक दंपत्ति को गिरफ्तार किया है, जबकि चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया गया है। घटना चेन्नई के अम्मीनिजकराई इलाके के मेहता नगर में स्थित एक फ्लैट में हुई। जांचकर्ताओं के अनुसार, इस नाबालिग बच्ची को मरने से पहले कई प्रकार के शारीरिक और मानसिक यातनाएं दी गईं। इस निर्दयता का इतना घिनौना रूप था कि लड़की के शरीर पर गर्म इस्त्री और सिगरेट से जलाने के निशान भी पाए गए हैं।

आरोपी दंपत्ति की पहचान

आरोपी दंपत्ति की पहचान मोहम्मद निशाद और नसिया के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, ये दोनों ही उस नाबालिग लड़की के साथ अत्याचार कर रहे थे और घटना के बाद उसका शव बाथरूम में छोड़कर फरार हो गए। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है, और लोग आरोपी दंपत्ति की इस क्रूरता पर आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।

अत्याचार और हत्या का संपूर्ण विवरण

पीड़ित नाबालिग लड़की, जिसका घर तमिलनाडु के तंजावुर जिले में है, अपने परिवार का सहारा बनने के उद्देश्य से घरेलू सहायिका का कार्य कर रही थी। लड़की की मां एक विधवा है और परिवार के लिए आर्थिक मदद का सहारा तलाशने की जरूरत के चलते इस बच्ची ने कार्य करना शुरू किया था। पुलिस के अनुसार, इस नाबालिग पर मोहम्मद निशाद और नसिया ने पहले शारीरिक प्रताड़ना की और उसे बुरी तरह से पीटा। उन्हें उस पर गर्म इस्त्री और सिगरेट से जलाने के निशान मिले हैं, जिससे प्रतीत होता है कि उसे मरने से पहले बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया था।

हत्या के बाद का घटनाक्रम

हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी दंपत्ति ने शव को अपने घर के बाथरूम में छोड़ दिया और दोनों वहां से फरार हो गए। पुलिस को घटना की जानकारी मिलने पर जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्हें बाथरूम में लड़की का शव मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और कहा है कि मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही चल पाएगा।

परिवार की स्थिति

लड़की की विधवा मां, जो तंजावुर जिले में रहती हैं, इस घटना से गहरे सदमे में हैं। आर्थिक तंगी के कारण उन्हें अपनी बेटी को नौकरी पर भेजना पड़ा था, लेकिन उन्हें यह नहीं पता था कि उनकी बेटी के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार किया जाएगा। पुलिस इस घटना की पूरी तहकीकात कर रही है और लड़की के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।

पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

पुलिस ने इस मामले में आरोपी दंपत्ति मोहम्मद निशाद और नसिया को गिरफ्तार कर लिया है और चार अन्य लोगों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस घटना में शामिल सभी लोगों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। साथ ही, वे यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और बच्चों के साथ घरेलू कामों में शोषण को रोका जा सके।

बाल श्रम और घरेलू सहायकों के शोषण की समस्या

यह घटना तमिलनाडु में बाल श्रम और घरेलू सहायकों के शोषण की एक बड़ी समस्या को उजागर करती है। नाबालिग लड़कियों को रोजगार पर रखना और उनके साथ अमानवीय व्यवहार करना एक अपराध है, लेकिन इसके बावजूद ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है। आर्थिक तंगी के कारण कई परिवार अपने बच्चों को काम पर भेजने के लिए मजबूर होते हैं, लेकिन बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार और समाज को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

बाल अधिकार संगठनों की प्रतिक्रिया

बाल अधिकार संगठनों ने इस घटना पर गहरा दुख और आक्रोश व्यक्त किया है। उन्होंने मांग की है कि सरकार बाल श्रम के खिलाफ सख्त कानून लागू करे और इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाए। उन्होंने यह भी कहा कि समाज को बच्चों के साथ होने वाले अत्याचार के प्रति सजग रहना चाहिए और ऐसे मामलों की जानकारी तुरंत पुलिस को देनी चाहिए।

चेन्नई में हुई यह हृदयविदारक घटना न केवल एक निर्दोष नाबालिग बच्ची के जीवन का अंत है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। यह घटना बताती है कि बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के प्रति समाज को और अधिक जागरूक और सख्त होना होगा। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि इस मामले की गंभीरता से जांच करें और दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने के प्रयास करें ताकि भविष्य में कोई भी ऐसी निर्दयता का शिकार न हो।

इस घटना के बाद उम्मीद की जा सकती है कि सरकार बाल श्रम और घरेलू सहायकों के शोषण के खिलाफ सख्त कानूनों का प्रावधान करेगी और बच्चों की सुरक्षा के लिए एक व्यापक नीति बनाएगी।

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