Kerala में मंदिर में पटाखों के विस्फोट से मची अफरा-तफरी, 154 लोग घायल, 8 की हालत गंभीर
Kerala के कासरगोड जिले के नीलेश्वरम में एक मंदिर के पास आयोजित हो रहे उत्सव के दौरान एक भयानक घटना घटित हुई, जब हजारों की संख्या में जुटे लोगों के बीच अचानक पटाखों के भंडार में आग लग गई। इस विस्फोट के कारण 154 लोग घायल हो गए, जिनमें से 8 की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण
यह भयानक हादसा उस समय हुआ जब लोग दीवाली के पर्व की पूर्व संध्या पर मंदिर में उत्सव मनाने के लिए एकत्रित थे। घटना के अनुसार, वीरकावु मंदिर के पास स्थित पटाखों के भंडार में आग लग गई, जिसके बाद वहां से तेज धमाकों की आवाज आई। यह आग इतनी भीषण थी कि यह आसपास के क्षेत्र में तेजी से फैल गई, जिससे बड़ी संख्या में लोग प्रभावित हुए।
स्थानीय पुलिस के अनुसार, आग लगने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक जांच के बाद यह संदेह जताया जा रहा है कि पटाखों के भंडार में सुरक्षा नियमों का उल्लंघन हुआ है। आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
राहत और बचाव कार्य
घायलों को तुरंत कासरगोड, कन्नूर और मंगलुरु के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। घटनास्थल पर जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे और राहत कार्यों का पर्यवेक्षण किया। कासरगोड के जिला कलेक्टर ने पुष्टि की कि इस उत्सव के लिए किसी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई थी, और इस संबंध में जांच शुरू कर दी गई है।
आयोजकों की गिरफ्तारी
इस घटना के संदर्भ में केरल पुलिस ने दो आयोजकों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने FIR दर्ज कर घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि बिना अनुमति के पटाखों का उपयोग करने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संबंधित घटना
इसी प्रकार की एक अन्य घटना में, हैदराबाद के याकटपुरा रेलवे स्टेशन के पास एक दो मंजिला भवन में आग लगने से पति-पत्नी की मौत हो गई और एक 18 वर्षीय लड़की घायल हो गई। घटना की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक दो लोगों की जान चली गई।
राज्य और केंद्र सरकार की प्रतिक्रिया
इस दर्दनाक घटना के बाद, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शोक व्यक्त किया है और घायलों के लिए सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने इस घटना की जांच के लिए विशेष टीम गठित करने की भी घोषणा की है।
यह घटना एक बार फिर सुरक्षा नियमों के प्रति लापरवाही को उजागर करती है, जो त्योहारों के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के जुटने के कारण और भी गंभीर हो जाती है। इस तरह की घटनाएं केवल व्यक्तिगत ही नहीं, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़े संकट का कारण बन सकती हैं। अधिकारियों को चाहिए कि वे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं और आम जनता को जागरूक करें।
सभी घायलों की जल्द स्वस्थ होने की कामना की जाती है और उन सभी के लिए न्याय की कामना की जाती है जिनका इस भयानक घटना में नुकसान हुआ है।