Uttarakhand: अन्तर्राज्यीय फर्जी कॉपरेटिव सोसाइटी का भंडाफोड़, स्टेट हेड सहित 5 गिरफ्तार
अन्तर्राज्यीय फर्जी कॉपरेटिव सोसाइटी/कंपनी ने उत्तराखंड में 92 करोड़ की धोखाधड़ी करने के अलावा अन्य राज्यों में भी किया है 189 करोड़ का गबन
पौड़ी। एक जून 2024 को कोटद्वार निवासी तृप्ति नेगी द्वारा द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड ट्रेफ़्ट कॉऑपरेटिव सोसाइटी (एलयूसीसी) की शाखा दुगड्डा, कोटद्वार के मैनेजर विनीत सिहं निवासी ग्राम देवडाली, पो.ऑ. गुमखाल, पौडी गढवाल व कैशियर प्रज्ञा रावत निवासी पदमपुर मोटाढाक, जनपद पौडी गढवाल के विरूद्ध तहरीर देकर बताया कि मैनेजर और कैशियर ने आरडी खुलवाने के नाम पर उससे पैसे तो ले लिए हैं लेकिन उन्हें इसका कोई ना तो बॉन्ड दिया है और ना ही उनके पैसे को जमा किया है इस प्रकार से उक्त लोगों ने धोखाधड़ी की हैl जिसके आधार पर कोतवाली कोटद्वार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार की अध्यक्षता में एक जांच टीम का गठन किया गया।
जांच टीम द्वारा ठोस साक्ष्य संकलन करते हुए पाया कि गिरीश चन्द्र सिहं बिष्ट निवासी मीरा नगर, बीरभद्र ऋषिकेश ने वर्ष 2016 में आईडीपीएल ऋषिकेश में एलयूसीसी कंपनी/ सोसाइटी की ब्रान्च की स्थापना की गई थी तथा लोगों को एलयूसीसी में पैसा लगाकर होने वाले फायदों के बारे में बताकर लोगों का पैसा एलयूसीसी में लगवाना शुरु किया गया। धीरे-धीरे जीसीएस बिष्ट द्वारा लोगों को एलयूसीसी से लगातार जोड़ते हुए उत्तराखण्ड में एलयूसीसी की लगभग 35 शाखाये खुलवायी गई, जिसमें जनपद पौड़ी में दुगड्डा, कोटद्वार, सतपुली, श्रीनगर, एवं जनपद देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी आदि में भी शाखायें खुलवायी गई।
जीसीएस बिष्ट ने अपने अधीन 4 मुख्य चेस्ट ब्रांच हेड बनायी गई जिसमें मंगला निवासी मीरा नगर ऋषिकेश, तरूण मौर्य निवासी मीरा नगर ऋषिकेश, सोनू निवासी हर्बटपुर विकासनगर, उर्मिला बिष्ट निवासी ऋषिकेश है। उक्त चेस्ट ब्रान्चों का कार्य अन्य शाखाओं से पैसा लेना व जीसीएस बिष्ट के माध्यम से आगे भिजवाने का था। बाद में जीसीसीएस बिष्ट उत्तराखण्ड हेड बन गए तथा जिनके द्वारा विभिन्न सेमिनार करवाये गए तथा लोगों को एलयूसीसी में पैसा इन्वेस्टमेन्ट करने के फायदे एवं लुभावनी स्कीमें बताकर लोगों को आकर्षित किया गया।
इनके द्वारा जिन एजेंटों और ब्रांच मैनेजर के द्वारा कंपनी में ज्यादा पैसा इन्वेस्टमेंट कराया गया उन एजेन्टो व ब्रान्च मैनेजरों को विदेश घुमाने के साथ साथ महंगी गाड़ियां भी गिफ्ट देकर और प्रलोभन दिया गया। इसी क्रम में वर्ष 2021 में मुकदमा उपरोक्त के अभियुक्त मैनेजर विनीत सिंह द्वारा जीसीएस बिष्ट व उर्मिला बिष्ट ब्रान्च मैनेजर छिद्दरवाला देहरादून के कहने पर एलयूसीसी की दुगड्डा में एक शाखा खोली गयी थी। उक्त एलयूसीसी कंपनी के फायदों के बारे में लोगों को प्रभावित करने के लिये जीसीएस बिष्ट एवं उर्मिला बिष्ट द्वारा अपने साथियों के साथ कोटद्वार, दुगड्डा क्षेत्र में सेमिनार आयोजित किये गये तथा लोगों को एलयूसीसी में पैसा लगाये जाने के फायदे गिनाकर लोगो को ज्यादा पैसा एलयूसीसी में लगाने हेतु प्रेरित किया गया और लोगों को बताया गया कि आप लोगों का पैसा विदेश में तेल के कुओं और सोने की खदानों आदि में लगा है और आप लोगों को इससे अच्छा फायदा होगा।
एजेन्टो को बताया गया कि आप लोग जितनी आरडी, एफडी करके दोगे आप लोगों को उतना ज्यादा कमीशन मिलेगा और एलयूसीसी सोसायटी को अच्छा कारोबार देने पर आप लोगों को महंगी गाड़ियां, फ्लैट गिफ्ट मिलने के अलावा विदेश घूमने का मौका भी मिलेगा इस प्रकार के प्रलोभनों से लोगों द्वारा एलयूसीसी में अपना पैसा लगाना शुरु कर दिया और लोगों की चेन बनती गई।
शुरुआत में लोगों को मैच्योरिटी भी दी गई, जिससे लोगों का विश्वास बढ़ता गया। कंपनी/सोसायटी के लोगों द्वारा आम जनमानस में अपना विश्वास बढ़ाने के लिये अच्छा कारोबार देने वाले एजेन्टों को गाडियां भी दी गयी है तथा विदेश थाईलैण्ड, बैंकोक घुमाया गया, जिसके कारण लोग एलयूसीसी में अपना अधिक से अधिक पैसा लगाने लगे।
जांच के दौरान प्रकाश में आया कि एलयूसीसी सोसायटी के विरुद्ध कोतवाली ललितपुर, उत्तर प्रदेश में वर्ष 2024 में 5 मुकदमे दर्ज है तथा मध्य प्रदेश में भी मुकदमे पंजीकृत हैं, साथ ही यह तथ्य भी प्रकाश में आये है कि समीर अग्रवाल पुत्र राजेन्द्र अग्रवाल निवासी मुम्बई हाल निवासी दुबई द्वारा वर्ष 2016 में सागा नाम की सस्था की स्थापना की गयी थी, जिसमें 6 सोसाइटी बनायी गयी थी, जिसमें एलयूसीसी – कार्यक्षेत्र यूपी हरियाणा, उत्तराखण्ड, एलजेसीसी -कार्यक्षेत्र मध्यप्रदेश,एसएसवी -कार्यक्षेत्र- महाराष्ट्र, एसएस – कार्यक्षेत्र- गुजरात राजस्थान, फॉर ह्यूमन – कार्यक्षेत्र- बिहार हरियाणा, विस्वास -कार्यक्षेत्र पजांब है।
उक्त सोसायटी पर समीर अग्रवाल और आर के सेड्डी निवासी मुम्बई (फाईनेन्स एडवाईजर) संजय मुदगिल ट्रेनर, परीक्षत पारसी लीगल एडवाईजर आदि का नियन्त्रण होना प्रकाश में आया है। समीर अग्रवाल का दुबई भाग जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। एलयूसीसी के अतिरिक्त जो अन्य सोसाइटी है उनके खाता धारको के मैच्युरिटी का पैसा भी वापस नहीं दिया जा रहा है और हवाला के जरिये लोगों द्वारा नगद में जमा कराया गया पैसा विदेश भेजे जाने के तथ्य भी संज्ञान में आये है।
एलयूसीसी की दुगड्डा ब्रान्च में इस वर्ष लोगों की 50 लाख रुपए की धनराशि मैच्योर हो गई लेकिन इस कंपनी/ सोसाइटी द्वारा किसी को अभी तक धनराशि वापिस नहीं दी गई है, साथ ही एलयूसीसी के मुख्य खाते में अब तक लगभग 189 करोड़ रुपए जमा हुए हैं लेकिन यह धनराशि बिना जमाकर्ताओं को वापस दिए कंपनी के खातों में शेष मात्र 2 लाख रुपए ही बचे हैं, कंपनी द्वारा लोगों के पैसों को अन्य व्यक्तियों और प्राइवेट खातों में भी जमा करवाना प्रकाश में आया है साथ ही उत्तराखंड में सोसाइटी खोलने से संबंधित कंपनी के पास कोई वैध दस्तावेज भी नहीं है।
अब तक की पुलिस टीम की कार्यवाही एवं संकलित साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 467, 468, 471, 120बी व 3/21 बीयूडीएस एक्ट तथा 03 यूपीआईडी एक्ट की बढ़ोतरी की गई है। मुकदमा उपरोक्त से संबंधित नामजद/प्रकाश में आए 5 अभियुक्तगणों को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगणों के कब्जे से 2 फॉर्च्यूनर कार भी बरामद की गई हैं।
नाम पता अभियुक्तगण—
उर्मिला बिष्ट (उम्र-45 वर्ष) पत्नी जगमोहन सिंह बिष्ट, निवासी- गली नंबर 4 बीस बीघा आईडीपीएल ऋषिकेश, जनपद देहरादून
जगमोहन सिंह बिष्ट (उम्र-51 वर्ष) पुत्र नारायण सिंह बिष्ट, निवासी-गली नंबर 4 बीस बीघा आईडीपीएल ऋषिकेश, जनपद देहरादून
कुमारी प्रज्ञा रावत (उम्र -25 वर्ष) पुत्री प्रदीप रावत, निवासी-पदमपुर मोटाढांक, कोतवाली कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल
विनीत सिंह (उम्र-37 वर्ष) पुत्र प्रेम सिंह, निवासी-ग्राम देवडाली, गुमखाल, थाना लैसडाउन जनपद पौड़ी गढ़वाल।
गिरीश चन्द्र बिष्ट (उम्र-59 वर्ष) पुत्र स्व० मोहन सिह, निवासी-ग्राम पिंगल कोट, थाना-कौसानी, जिला बागेश्वर, उत्तराखण्ड। हाल पता- मन्दिर मार्ग मीरा नगर निकट गली नम्बर -08 बापू ग्राम कोतवाली ऋषिकेश जनपद देहरादून (स्टेट हेड)।
बरामद संपत्ति का विवरण—-
फॉर्च्यूनर कार यूके 14एल 0100
फॉर्च्यूनर कार यूके 14एच 3366