Crime: शालीमार गार्डन क्षेत्र में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने 11वीं कक्षा की छात्रा का अपहरण कर लिया। यह मामला तब प्रकाश में आया जब अपहर्ता ने छात्रा के परिवार से 5 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
सोशल मीडिया पर दोस्ती से शुरू हुआ सबकुछ
यह कहानी तब शुरू होती है जब 11वीं कक्षा की छात्रा ने इंस्टाग्राम पर एक युवक के साथ दोस्ती की। यह दोस्ती महज तीन महीने पुरानी थी। छात्रा ने पहले कुछ दिन सामान्य बातचीत की, लेकिन उसके बाद युवक ने उसे फंसाने की योजना बनाई। पुलिस के अनुसार, आरोपी का नाम कुंदन शर्मा है।
अपहरण की योजना और फिरौती की मांग
युवक ने छात्रा को मिलने के लिए बुलाया और उसे दिल्ली ले गया। छात्रा के परिवार को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा, “आपकी बेटी हमारे कब्जे में है। उसे रिहा करने के लिए 5 लाख रुपये देने होंगे।” परिवार ने तुरंत शालीमार गार्डन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की तत्परता
डीसीपी ट्रांस हिंदन, निमिष पटेल ने बताया कि परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने आरोपी कुंदन शर्मा और छात्रा को दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक खाली BSNL क्वार्टर से सुरक्षित रूप से बरामद किया। उन्होंने बताया कि जब पुलिस ने छापेमारी की, तो दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
पहले भी किया था ब्लैकमेल
पुलिस पूछताछ में कुंदन ने खुलासा किया कि उसने छात्रा को पहले ही ब्लैकमेल किया था। जब उसके पास पैसे नहीं थे, तो छात्रा ने अपने घर से गहने चुराकर उसे दिए थे। कुंदन ने उन गहनों को बेचकर पैसे खर्च किए। जब उसके पैसे खत्म हो गए, तो उसने फिरौती की मांग करने की योजना बनाई।
अपहरण के समय का खुलासा
अपहरण की योजना के तहत, कुंदन ने छात्रा को अपने जाल में फंसाने के लिए पहले से ही एक योजना बनाई थी। उसने छात्रा को धोखे से दिल्ली बुलाया और वहां से छात्रा के मोबाइल से उसके पिता को फिरौती के लिए कॉल किया। पुलिस अब आरोपी के आपराधिक इतिहास की जांच कर रही है।
अन्य घटनाएँ
इस मामले के अलावा, खोडा पुलिस स्टेशन क्षेत्र में दो अन्य व्यक्तियों को भी गिरफ्तार किया गया। ये लोग महिलाओं के पास से गुजरते समय गंदे इशारे कर रहे थे और गाने गा रहे थे। जब पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मौके पर पहुंची, तो दोनों ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया।
यह घटना न केवल एक छात्रा के लिए खतरनाक साबित हुई, बल्कि यह सोशल मीडिया पर दोस्ती के नाम पर होने वाले अत्याचारों का भी प्रमाण है। युवाओं को चाहिए कि वे सोशल मीडिया पर अपने व्यवहार के प्रति सतर्क रहें और किसी भी अज्ञात व्यक्ति से मिलने से पहले उचित सावधानी बरतें। पुलिस ने यह मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
ऐसे मामलों में तत्काल पुलिस सहायता प्राप्त करना जरूरी है। इससे न केवल पीड़ित की जान बचाई जा सकती है, बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलाई जा सकती है। छात्राओं को इस तरह की स्थितियों में उचित कदम उठाने के लिए प्रेरित करना अत्यंत आवश्यक है।
पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। समाज में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए, यह आवश्यक है कि हर कोई अपने आसपास की गतिविधियों पर ध्यान दे और किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।