Haldwani: प्रशासन और कब्जेदार के बीच झगड़ा, व्यापारी ने कहा- “अगर दुकान तोड़ी गई तो मैं जहर खा लूंगा”
Haldwani: हल्द्वानी में नैनीताल हाईवे के निकट सरस मार्केट के पास अतिक्रमण तोड़ने को लेकर प्रशासन और एक व्यापारी के बीच विवाद बढ़ गया। जैसे ही प्रशासन ने अतिक्रमण में पड़ी दुकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की, व्यापारी ने पहले अधिकारियों के साथ बहस की और फिर दूसरी मंजिल पर चढ़कर जहर खाने की धमकी दी। पुलिस ने किसी तरह व्यापारी को पकड़कर नीचे लाया, जिसके बाद अतिक्रमण को तोड़ा गया।
अतिक्रमण तोड़ने का निर्णय
हल्द्वानी में मंगलपड़ाव से रोडवेज तक सड़क चौड़ीकरण का काम प्रस्तावित है। इसी के तहत रविवार को शहर मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी, एसडीएम पारितोष वर्मा और लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी इंजीनियर अशोक कुमार की टीम ने सरस मार्केट के पास एक और आधे मीटर चौड़ीकरण के लिए अतिक्रमण में पड़ी चार दुकानों को तोड़ने के लिए कार्रवाई की। प्रशासन ने पहले अतिक्रमणकर्ता से दुकानों को खाली करने के लिए कहा, लेकिन व्यापारी इसके लिए तैयार नहीं हुआ।
पुलिस बल की आवश्यकता
काबिलेतारीफ कार्रवाई को बढ़ाने के लिए प्रशासन ने पुलिस बल को बुलाया। इसके बाद, पीडब्ल्यूडी की टीम ने दुकान को तोड़ने के लिए छत पर चढ़ने का निर्णय लिया। इस दौरान व्यापारी ने शहर मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी के साथ झगड़ा किया। विवाद बढ़ने पर व्यापारी ने दूसरी मंजिल पर जाकर आत्महत्या करने की धमकी दी।
व्यापारी की आत्महत्या की धमकी
व्यापारी के आत्महत्या की धमकी देने से स्थिति बहुत तनावपूर्ण हो गई। कुछ समय के लिए वहाँ अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए व्यापारी को पकड़कर नीचे लाया। उसके बाद, लोक निर्माण विभाग ने अतिक्रमण तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की। यह कार्रवाई देर शाम तक चलती रही।
प्रशासन का बयान
शहर मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी ने बताया कि इस मामले में उच्च न्यायालय में 23 अक्टूबर को सुनवाई है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय का अंतिम निर्णय आने के बाद प्रशासन पूरी तरह से अतिक्रमण को तोड़ने की कार्रवाई करेगा।
स्थानीय व्यापारियों की प्रतिक्रिया
इस घटना ने स्थानीय व्यापारियों में हड़कंप मचा दिया है। कई व्यापारियों ने कहा कि अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई एक गलत संदेश देती है। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि उन्हें उचित स्थान और समय दिया जाए ताकि वे अपने व्यापार को ठीक से चला सकें।
व्यापारियों का भविष्य
व्यापारी की आत्महत्या की धमकी ने प्रशासन को सचेत कर दिया है कि उन्हें ऐसे संवेदनशील मामलों में सतर्क रहना होगा। यह घटना न केवल व्यापारियों के लिए बल्कि प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती है।
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि प्रशासन और व्यापारियों के बीच संवाद का होना कितना महत्वपूर्ण है। स्थानीय व्यापारियों की चिंता और प्रशासन की कार्रवाई के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है ताकि सभी पक्षों के हितों की रक्षा हो सके। प्रशासन की यह कार्रवाई भविष्य में कई व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण सबक हो सकती है।