Leopard terror: टिहरी के हिंदाव क्षेत्र में स्कूलों में छुट्टी, आधी वार्षिक परीक्षाएं स्थगित
Leopard terror: उत्तराखंड के टिहरी जिले के हिंदाव क्षेत्र में तेंदुए का आतंक फिर से देखने को मिल रहा है। पट्टी ग्यारह गांव के आसपास, जहां हाल ही में एक तेंदुए ने एक किशोरी को अपना शिकार बनाया था, इस घटना ने क्षेत्र में डर का माहौल पैदा कर दिया है। इस गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा विभाग ने प्राथमिक स्कूलों में तीन दिन की छुट्टी की घोषणा की है। साथ ही, स्कूलों में होने वाली आधी वार्षिक परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं।
घटना का विवरण
हाल ही में, 13 वर्षीय साक्षी, जो कि महर गांव के निवासी वीरेंद्र सिंह कांतुरा की बेटी थी, तेंदुए का शिकार बन गई। उसकी क्षत-विक्षत शव घटना स्थल से लगभग 50-60 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में मिली थी। इस घटना ने क्षेत्र के निवासियों में दहशत फैला दी है। पिछले तीन महीनों में, तेंदुआ तीन बच्चों को अपना शिकार बना चुका है, जिससे स्थानीय समुदाय में चिंता और भय व्याप्त है।
छुट्टी और परीक्षा स्थगन
उप शिक्षा अधिकारी सुमेर सिंह कांतुरा ने कहा कि तेंदुए के आतंकित स्कूलों में सोमवार से बुधवार तक तीन दिन की छुट्टी घोषित की गई है। प्रभावित स्कूलों में शामिल हैं:
- प्रथमिक विद्यालय महर
- प्रथमिक विद्यालय भोढगांव
- प्रथमिक विद्यालय पुरवानल
- उच्च माध्यमिक विद्यालय अंतवाल
उन्होंने बताया कि इन स्कूलों में होने वाली आधी वार्षिक परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं, और ये परीक्षाएं स्कूल खुलने के बाद आयोजित की जाएंगी।
सुरक्षा के उपाय
इस घटना के बाद, रेंजर आशीष नौतियाल ने जानकारी दी कि किशोरी की मौत के बाद गांव में एक प्लेटफॉर्म बनाया गया है और तेंदुए को पकड़ने के लिए एक शूटर को तैनात किया गया है। तेंदुए का इंतज़ार किया जा रहा है कि वह मृत शरीर के पास लौटे ताकि उसे पकड़ने में मदद मिल सके। यह कदम सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है ताकि अन्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
हिंदाव क्षेत्र के निवासियों में भारी चिंता है। अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने में हिचकिचा रहे हैं, और तेंदुए के आतंक ने उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित कर दिया है। लोग चाहते हैं कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई करे ताकि इस समस्या का समाधान हो सके।