Uttarakhand: सीएम धामी ने पूर्व सीएम एनडी तिवारी को दी श्रद्धांजलि, कहा- उनके कार्य हमारे लिए प्रेरणा हैं

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Uttarakhand: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी को उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने तिवारी जी की तस्वीर पर फूल चढ़ाकर उन्हें याद किया और उनके योगदान को सलाम किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि तिवारी जी ने राज्य को औद्योगिक प्रगति की राह पर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

नारायण दत्त तिवारी का योगदान

नारायण दत्त तिवारी का जन्म 18 अक्टूबर 1925 को नैनीताल के एक छोटे से गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 1952 में की और धीरे-धीरे भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया। तिवारी जी ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड दोनों राज्यों में मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और अपनी कार्यशैली के लिए प्रसिद्ध हुए। उनके शासनकाल में कई महत्वपूर्ण विकास योजनाएं शुरू की गईं, जो आज भी लोगों के जीवन को प्रभावित कर रही हैं।

औद्योगिक प्रगति का मार्ग प्रशस्त करना

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि नारायण दत्त तिवारी ने राज्य में औद्योगिक विकास के लिए कई कदम उठाए। उनके नेतृत्व में राज्य में कई औद्योगिक पार्कों की स्थापना की गई और छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा दिया गया। उन्होंने कहा कि तिवारी जी के विकास कार्यों का असर आज भी लोगों के जीवन में देखने को मिलता है। उनकी सोच और दृष्टिकोण ने राज्य को नई दिशा दी और लोगों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया।

राजनीति में नैतिकता और सिद्धांतों का पालन

तिवारी जी ने राजनीति में नैतिकता और सिद्धांतों के पालन पर हमेशा जोर दिया। उन्होंने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि उनका प्रशासन पारदर्शी और जनता के प्रति जवाबदेह हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि तिवारी जी का यह दृष्टिकोण सभी नेताओं के लिए एक उदाहरण है। हमें उनके सिद्धांतों का पालन करना चाहिए और जनता की भलाई के लिए काम करना चाहिए।

आधुनिक उत्तराखंड की नींव

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि नारायण दत्त तिवारी का कार्यकाल आधुनिक उत्तराखंड की नींव रखने में महत्वपूर्ण था। उन्होंने राज्य की आवश्यकताओं के अनुसार विकास कार्यों की योजना बनाई और उन्हें समय पर पूरा किया। उनका विजन आज भी हमें प्रेरित करता है कि हम कैसे एक विकसित और आत्मनिर्भर राज्य का निर्माण कर सकते हैं।

युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत

सीएम धामी ने कहा कि नारायण दत्त तिवारी युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने हमेशा युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया। उनके कार्यों से यह सिखने को मिलता है कि किस प्रकार हमें अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहना चाहिए। उनका जीवन हमें सिखाता है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

समाज के विभिन्न वर्गों के लिए लाभकारी योजनाएं

तिवारी जी ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिए कई लाभकारी योजनाएं शुरू कीं। उन्होंने विशेषकर ग्रामीण विकास और कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए कई कार्यक्रम चलाए। उनके कार्यों से किसान, श्रमिक और अन्य वर्गों को काफी लाभ मिला। मुख्यमंत्री ने कहा कि तिवारी जी की योजनाओं ने समाज के वंचित वर्गों के लिए भी एक नई उम्मीद जगाई।

उत्तराखंड की पहचान को स्थापित करना

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि नारायण दत्त तिवारी ने उत्तराखंड की पहचान को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने राज्य को देश के अन्य हिस्सों में पहचान दिलाने के लिए कई पहल कीं। उनके प्रयासों से आज उत्तराखंड एक विकसित और समृद्ध राज्य के रूप में उभर कर सामने आया है।

पारिवारिक और सामाजिक जीवन में अनुशासन

तिवारी जी का पारिवारिक और सामाजिक जीवन अनुशासन से भरा हुआ था। उन्होंने हमेशा अपने परिवार के सदस्यों को नैतिकता और शिक्षा पर जोर देने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि किस प्रकार हमें अपने परिवार और समाज के प्रति जिम्मेदार रहना चाहिए।

अंतिम श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री धामी ने नारायण दत्त तिवारी को उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनके कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि हमें उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए और उनके दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए।

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