Punjab: पंजाब के गुरदासपुर जिले के गांव गौसाल में पंचायत चुनावी रंजिश के चलते एक भयानक घटना घटी। इस हमले में आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार पर कांग्रेस पार्टी के सरपंच पद के उम्मीदवार ने ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। इस घटना में पांच लोग घायल हो गए, जिनमें से एक युवक के हाथ की उंगलियां गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं।
घटना की पूरी जानकारी
गांव गौसाल के निवासी प्यारा सिंह के बेटे रतन सिंह ने बताया कि वह अपनी स्कूटी पर सामान खरीदने के लिए गांव की मुख्य सड़क पर स्थित किराना दुकान पर गए थे। उस समय कांग्रेस पार्टी के सरपंच पद के उम्मीदवार कुलविंदर सिंह और उसके साथी पास के पेट्रोल पंप पर खड़े थे। अचानक, कुलविंदर सिंह ने रतन सिंह को देखकर कहा, ‘चलो, उसे ट्रैक्टर के नीचे कुचल देते हैं।’
यह सुनते ही, कुलविंदर सिंह और उसके साथी ट्रैक्टर लेकर रतन सिंह की ओर दौड़े और उन्हें कुचलने की कोशिश की। इस हमले के दौरान रतन सिंह सड़क पर गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत इलाज के लिए सिविल अस्पताल गुरदासपुर ले जाया गया।
हमले में 5 लोग घायल
रतन सिंह के घायल होने की खबर जैसे ही गांव में फैली, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के कुछ लोग उनका हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे। जब ये लोग अस्पताल में थे, तभी हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया। इस हमले में पांच लोग घायल हो गए, जिनमें से एक युवक की उंगलियां कट गईं। डॉक्टरों ने कड़ी मेहनत के बाद उसकी उंगलियां वापस जोड़ दीं।
राज्य में जंगल राज – सुखा सिंह लांगा
इस घटना के बाद शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वरिष्ठ नेता सुखा सिंह लांगा सिविल अस्पताल पहुंचे और घायल लोगों का हालचाल लिया। उन्होंने इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई और कहा कि ‘राज्य में जंगल राज’ की स्थिति है। उन्होंने पुलिस प्रशासन और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि अस्पताल जैसी जगह पर तेजधार हथियारों से हमला होना गंभीर मामला है।
सुखा सिंह लांगा ने कहा, “हम जल्द ही एसएसपी से मिलकर पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग करेंगे। अगर कोई हल नहीं निकला तो इसके खिलाफ संघर्ष किया जाएगा।”
पुलिस ने दर्ज की FIR
इस हमले के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव गौसाल के रहने वाले सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। ये आरोपी हैं – बलविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, हरजिंदर सिंह, सुखविंदर सिंह, जस्नप्रीत सिंह, कर्णप्रीत सिंह और लवप्रीत सिंह। इन सभी पर रतन सिंह को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश का आरोप है।
अस्पताल में फिर हुआ हमला
रतन सिंह, जो सिविल अस्पताल में इलाज करवा रहे थे, ने बताया कि आधी रात करीब 12 बजे आरोपी फिर से अस्पताल में आए और उन लोगों पर हमला कर दिया जो उनका हालचाल जानने के लिए पहुंचे थे। हमलावरों ने तेजधार हथियारों से उन पर हमला किया, जिसमें पांच लोग घायल हो गए।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
कालनौर पुलिस स्टेशन के प्रभारी ने बताया कि हमले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान करने की कोशिश कर रही है। पीड़ितों के बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
चुनावी रंजिश का मामला
यह घटना पंचायत चुनावी रंजिश का परिणाम मानी जा रही है। चुनाव के दौरान विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों के बीच तनाव पहले से ही बना हुआ था, लेकिन यह मामला उस समय और बढ़ गया जब कांग्रेस के उम्मीदवार ने AAP के उम्मीदवार पर जानलेवा हमला किया। गांव में पहले से ही चुनावी माहौल गरम था और यह घटना उस तनाव को और भड़का गई।
कानून व्यवस्था पर उठते सवाल
इस घटना ने राज्य की कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। अस्पताल जैसी जगह पर हमला होना न सिर्फ राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि अपराधी बेखौफ होकर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने इस घटना पर राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन की कड़ी आलोचना की है और इसे ‘जंगल राज’ का नाम दिया है।
राजनीतिक विवाद
इस घटना के बाद राज्य की राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। कांग्रेस और AAP के बीच पहले से ही जारी राजनीतिक संघर्ष अब और तीखा हो गया है। कांग्रेस के उम्मीदवार के इस कदम से AAP समर्थकों में भारी नाराजगी है और वे इसे राजनीतिक साजिश करार दे रहे हैं। AAP नेताओं ने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है और आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की अपील की है।