Muslim Community Protests: रविवार की देर शाम को मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग, नबी मोहम्मद साहब पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से आहत होकर सड़कों पर उतर आए। मुरादाबाद के मुदिया पिस्तौर ईदगाह से मुख्य सड़क पर जुलूस निकालते हुए लोग भगत सिंह चौक पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने नाराजगी जताते हुए दो आरोपियों के पुतले जलाए। इसके बाद लोग थाने पहुंचे और कोतवाल नरेश चौहान से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि इन आरोपियों को कम से कम फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद के दासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने नबी मोहम्मद साहब के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जो अत्यंत निंदनीय और दिल तोड़ने वाली है। इसी तरह की टिप्पणी महाराष्ट्र के रामगिरि महाराज द्वारा भी की गई है।
इंटरनेट पर वायरल हुआ वीडियो, मुस्लिम समुदाय में आक्रोश
इन आरोपियों द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर साझा किया गया, जिससे यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में कही गई बातें असहनीय और अत्यंत निंदनीय हैं, जिसने पूरे विश्व के मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को गहरा आघात पहुँचाया है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि इन टिप्पणियों के माध्यम से एक षड्यंत्र रचा गया है, जिसके जरिए मुस्लिम समुदाय के बीच गुस्सा फैलाकर दंगे भड़काने की साजिश की गई है।
देश की गंगा-जमुनी तहजीब को खत्म करने की साजिश
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि ऐसे देशद्रोही लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जो हमारे देश की गंगा-जमुनी तहजीब को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर इन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार की नफरत फैलाने वाली हरकत न कर सके। प्रदर्शनकारियों का यह भी कहना था कि इन टिप्पणियों से समाज में शांति और एकता को तोड़ने की कोशिश की जा रही है, जो किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जा सकती।
धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वालों पर हो सख्त कार्रवाई
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने प्रशासन से मांग की कि नबी मोहम्मद साहब के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों को लेकर इन आरोपियों के खिलाफ फौरन कानूनी कार्रवाई की जाए और इन पर कठोर से कठोर सजा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति या समुदाय का नहीं है, बल्कि इस प्रकार की घटनाओं से पूरे समाज में अशांति फैलाने की कोशिश हो रही है।
पुलिस प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस प्रशासन से अपील की कि ऐसे मामलों में तुरंत हस्तक्षेप करें और आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें न्याय के कटघरे में खड़ा करें। इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के कई प्रमुख लोग मौजूद थे, जिन्होंने अपनी एकजुटता प्रदर्शित करते हुए इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया।
मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि ऐसे मामलों में देरी समाज में असंतोष और अशांति को और बढ़ा सकती है, इसलिए प्रशासन को चाहिए कि वह जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए।
समुदाय के प्रमुख व्यक्तियों की उपस्थिति
इस विरोध प्रदर्शन में मुदिया कलां के पूर्व प्रधान लियाकत अली, मौलाना गुलाम नूर मोहम्मद, मौलाना आमिर अहमद, इरशाद अली, सुहैल अहमद, इमरान, मोहम्मद फैजान, मोइन, नजीर, उस्मान, नवाब अली, खलील, अतीक, उवेश, आशू खान, शरीम खान, असलम, शाहरुख, रेहान, फिरोज, अनवर, इरफान, सुलेमान, नदीश खान, राजा, सरीक खान, अरमान, गुलफाम, मोहम्मद आलम आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।
सांप्रदायिक सौहार्द्र की अपील
प्रदर्शनकारियों ने सभी समुदायों से अपील की कि वे एकता और भाईचारे को बनाए रखें और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ एकजुट हों। उन्होंने कहा कि देश की गंगा-जमुनी तहजीब को बरकरार रखना हम सबकी जिम्मेदारी है और ऐसे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जो समाज में फूट डालने की कोशिश कर रहा हो।