Delhi Hit and Run Case: दिल्ली में हिट एंड रन के एक दर्दनाक हादसे में 27 वर्षीय जोमैटो डिलीवरी बॉय हरेंद्र की मौत हो गई। सोमवार सुबह मुनीरका फ्लाईओवर के पास यह दुर्घटना हुई जब हरेंद्र ने अपनी बाइक को सड़क किनारे खड़ा कर पैदल सड़क पार करने की कोशिश की। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। मृतक हरेंद्र के पिता, सुरेश चंद शर्मा, दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) में कक्षा 4 के पद पर कार्यरत हैं।
हादसे की जानकारी और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस के अनुसार, सोमवार सुबह 2:45 बजे एक PCR कॉल आई, जिसमें बताया गया कि डीडीए फ्लैट्स गेट मुनीरका के पास आउटर रिंग रोड के फुट ब्रिज के नीचे एक सड़क हादसा हुआ है। पुलिस की टीम जब मौके पर पहुंची, तो पाया कि एक अज्ञात वाहन ने सड़क पार कर रहे व्यक्ति को टक्कर मारी और मौके से फरार हो गया। घायल को तुरंत सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पहचान और परिवार की स्थिति
मृतक की पहचान हरेंद्र शर्मा के रूप में की गई, जो कि सेक्टर 1, आरके पुरम, नई दिल्ली के निवासी थे। हरेंद्र जोमैटो में डिलीवरी बॉय के रूप में काम करते थे। उनकी शादी हो चुकी थी और वह 6 महीने के एक छोटे बेटे के पिता थे। उनकी पत्नी चेतना एक गृहिणी हैं, जबकि उनके पिता सुरेश चंद शर्मा डीडीए में कक्षा 4 के पद पर कार्यरत हैं।
वाहन का पता लगाया गया
पुलिस ने उस वाहन को ट्रेस कर लिया है जिसने हरेंद्र को टक्कर मारी थी। इस मामले में किशनगढ़ थाने में केस दर्ज किया गया है और वाहन चालक की पहचान कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की टीम अभी भी इस मामले की गहन जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जानकारी जुटाई जाएगी।
हिट एंड रन मामलों में बढ़ती संख्या
दिल्ली और देश के अन्य बड़े शहरों में हिट एंड रन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इन घटनाओं में तेज गति से चल रहे वाहन अचानक किसी को टक्कर मारते हैं और घटना स्थल से फरार हो जाते हैं। पुलिस को इन मामलों में अपराधी को पकड़ना बेहद मुश्किल हो जाता है, क्योंकि वाहन चालक अक्सर पहचान छिपाने के लिए घटनास्थल से भाग जाते हैं।
हरेंद्र के मामले में भी ऐसा ही हुआ, जहां अज्ञात वाहन चालक ने हरेंद्र को टक्कर मारी और मौके से भाग गया। हालांकि, पुलिस ने समय रहते वाहन की पहचान कर ली, जिससे परिवार को न्याय मिलने की उम्मीद है।
परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
हरेंद्र की असामयिक मृत्यु ने उनके परिवार को गहरे दुख में डाल दिया है। उनके पिता सुरेश चंद, जो खुद एक सरकारी कर्मचारी हैं, को अपने बेटे की मौत की खबर से गहरा आघात पहुंचा है। हरेंद्र अपने छोटे से परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे और उनके 6 महीने के बेटे को अब पिता का साया नहीं मिलेगा। उनकी पत्नी चेतना भी इस दुखद घटना से बुरी तरह टूट चुकी हैं। परिवार के लिए यह समय अत्यधिक कठिन है, और उन्हें सरकारी मदद और न्याय की आशा है।
हिट एंड रन मामलों से निपटने के लिए कानून और जागरूकता की जरूरत
हिट एंड रन के मामलों को रोकने के लिए सख्त कानूनों और उनके प्रभावी कार्यान्वयन की आवश्यकता है। हाल के वर्षों में, सरकार ने इन मामलों पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कानून बनाए हैं, लेकिन इन घटनाओं में अब भी कोई कमी नहीं आई है। इसके लिए यातायात नियमों का सख्ती से पालन और वाहन चालकों की ओर से सावधानी की जरूरत है।
इसके अलावा, जनता के बीच जागरूकता बढ़ाना भी जरूरी है, ताकि अगर किसी घटना का गवाह बने तो लोग बिना डरे पुलिस को सूचित करें। पुलिस और नागरिकों के बीच बेहतर तालमेल से ही हिट एंड रन के अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिल सकती है।