Crime News: जैसलमेर में दो मासूम बच्चों की हत्या का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने 6 वर्षीय आदिल और 7 वर्षीय हसनैन के शवों को एक पानी के टैंक से बरामद किया है, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। इस मामले में एक युवक और युवती को हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि इस प्रेमी जोड़े ने अपने अवैध रिश्ते को छिपाने के लिए दोनों बच्चों की हत्या की।
मासूमों का गायब होना और शवों का मिलना
आदिल और हसनैन, जो दो सगे भाई हैं, पिछले शनिवार की शाम को जैसलमेर के बाबर मागरा क्षेत्र से गायब हो गए थे। देर रात लगभग 11 बजे, पुलिस ने एक खाली घर के पानी के टैंक से दोनों बच्चों के शव बरामद किए। पुलिस ने शवों को जवाहर अस्पताल के मोर्चरी में रख दिया। बच्चों के परिजनों और स्थानीय लोगों ने सुबह 9 बजे मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया, क्योंकि उन्हें शक था कि बच्चों की हत्या की गई है।
परिजनों ने दावा किया कि हसनैन के सिर पर चोट के निशान थे, जबकि आदिल के गले पर ऐसा निशान था, जो यह दर्शाता है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। यह बात अत्यंत चिंताजनक है कि जिस टैंक में शव मिले, उसका ढक्कन बंद था और उसमें केवल 2.1 फीट पानी था, जबकि बच्चों की ऊंचाई 3 फीट से अधिक थी।
परिवार के सदस्य और समुदाय का प्रदर्शन
इस घटना के बाद, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी और अन्य अधिकारी मोर्चरी पहुंचे। चौधरी ने परिवार वालों को जल्द से जल्द पोस्टमार्टम कराने की सलाह दी, ताकि बच्चों की मौत के कारणों का पता चल सके। इस बीच, पूर्व प्रमुख अमरदीन फकीर और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिनिधि भी धरने पर बैठे रहे। आदिल के पिता शौकत खान एक मदरसे के शिक्षक हैं और आदिल उनके एकलौते बेटे थे, जबकि हसनैन के पिता पीरबख्श एक मजदूर हैं और वह अपने पिता के तीसरे बच्चे थे।
पुलिस की जांच और सूचनाओं का प्रसार
पुलिस अधीक्षक चौधरी ने बताया कि पुलिस ने गायब बच्चों के बारे में सूचना सोशल मीडिया पर प्रसारित की। शव मिलने के बाद, चौधरी ने खुद मौके पर पहुंचकर एफएसएल टीम को जरूरी जांच करने के लिए निर्देशित किया। पुलिस ने उस टैंक की निगरानी रात भर की, ताकि आरोपी सबूतों को नष्ट न कर सकें।
चौधरी ने कहा कि इस मामले में मुख्य आरोपी एक या दो लोगों के संपर्क में था, और उनकी भूमिका इस मामले में FIR दर्ज कराने और समय पर शव का पोस्टमार्टम कराने में रुकावट डालने की बात सामने आई है। पुलिस उन लोगों से भी पूछताछ करेगी जो सबूतों को नष्ट करने और पुलिस कार्रवाई में देरी का कारण बने।
एक भयावह साजिश का खुलासा
इस हृदयविदारक मामले ने एक सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या समाज में इस तरह की घिनौनी साजिशें बढ़ रही हैं? क्या लोग अपनी अवैध इच्छाओं को पूरा करने के लिए निर्दोष बच्चों का जीवन भी छीनने से नहीं चूक रहे हैं?
आदिल और हसनैन की हत्या का मामला न केवल पुलिस के लिए एक चुनौती है, बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर चेतावनी है। यह घटना यह भी दर्शाती है कि हमें अपने आस-पास के लोगों की गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।