NIA raids: आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई

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NIA raids: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के साथ संबंधित गतिविधियों के सिलसिले में जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में छापेमारी की है। इन छापों को मिलाकर कुल 22 स्थानों पर कार्रवाई की गई है। मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए ने महाराष्ट्र के Malegaon शहर में भी छापे मारे हैं। यह छापेमारी अब्दुल्ला नगर स्थित एक होम्योपैथी डॉक्टर के क्लिनिक पर की जा रही है, जो मशरकी इकबाल रोड पर है।

जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई

अधिकारियों के अनुसार, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ अपनी जांच के तहत एनआईए ने शनिवार को कई राज्यों में 22 स्थानों पर छापे मारे। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, असम और दिल्ली में की गई है। इस बड़े ऑपरेशन का उद्देश्य आतंकवादी नेटवर्क के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना और देश में सक्रिय आतंकवादी संगठनों की आधारभूत संरचना को ध्वस्त करना है।

महाराष्ट्र के मालेगांव में भी छापे

एनआईए ने मालेगांव, महाराष्ट्र में भी कार्रवाई की है, जहां अब्दुल्ला नगर में स्थित एक होम्योपैथी क्लिनिक पर खोजी कार्रवाई की गई। Malegaon आतंकवादी गतिविधियों के संबंध में कई बार चर्चा में रहा है, और यहां की गई छापेमारी को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस छापे का उद्देश्य आतंकवादी संगठनों के संभावित ठिकानों और उनके संपर्कों को उजागर करना है, जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन

एनआईए ने जम्मू-कश्मीर में भी कई स्थानों पर छापे मारे हैं, जो आतंकवाद से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र है। जैश-ए-मोहम्मद का इस क्षेत्र में मजबूत आधार होने की संभावना है। यह संगठन लंबे समय से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त है, और इसका मुख्य उद्देश्य जम्मू और कश्मीर में अस्थिरता फैलाना और भारत की सुरक्षा को चुनौती देना है।

असम और उत्तर प्रदेश में भी छापे

एनआईए ने असम और उत्तर प्रदेश में जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े संदिग्धों के खिलाफ भी छापे मारे। उत्तर प्रदेश में, जहां पहले से कई आतंकवादी गतिविधियों का खुलासा किया जा चुका है, यह छापेमारी वहां संभावित आतंकवादी ठिकानों की जानकारी प्राप्त करने में मदद कर सकती है। असम में एनआईए का यह कार्रवाई आतंकवादी नेटवर्क की रीढ़ को तोड़ने के उद्देश्य से की गई है।

पश्चिम बंगाल में हालिया छापे

हाल ही में, एनआईए ने पश्चिम बंगाल में भी कई स्थानों पर छापे मारे थे। एनआईए की टीम ने दक्षिण 24 परगना, आसनसोल, हावड़ा, नादिया और कोलकाता के जिलों में संदिग्धों के निवासों की गहन जांच की। इन संदिग्धों पर सीपीआई (माओवादी) के सक्रिय सदस्य होने का आरोप है, और इन्हें संगठन के कमांडरों को नक्सली गतिविधियों को अंजाम देने में मदद करने का संदेह है।

महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त

पश्चिम बंगाल में की गई खोज के दौरान एनआईए ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, पर्चे, पत्रिकाएँ और हस्तलिखित पत्र जब्त किए। एनआईए के अनुसार, यह मामला प्रतिबंधित संगठन के पोलितब्यूरो, केंद्रीय समिति के सदस्यों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों की साजिश से संबंधित है, जो नक्सली गतिविधियों को अंजाम देने का प्रयास कर रहे थे। इन दस्तावेजों से यह स्पष्ट है कि नक्सलियों और आतंकवादी संगठनों का देश की सुरक्षा के लिए संगठित तरीके से खतरा बना हुआ है।

एनआईए की आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई

एनआईए द्वारा की जा रही छापेमारी यह दर्शाती है कि एजेंसी आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपना रही है। एनआईए लगातार जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चला रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आतंकवादी संगठनों के नेटवर्क को ध्वस्त करना और उनके वित्तीय स्रोतों को बंद करना है।

यह एनआईए की कार्रवाई स्पष्ट करती है कि भारत सरकार और सुरक्षा एजेंसियाँ आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने की दिशा में कार्य कर रही हैं। एनआईए का मुख्य उद्देश्य आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर देश की सुरक्षा को मजबूत करना है।

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