Meerut Crime: मेरठ के भावनपुर क्षेत्र में विवादास्पद हत्या की घटना, रिंकू की हत्या से बढ़ा तनाव
Meerut Crime: मेरठ के भावनपुर क्षेत्र में एक और विवादास्पद हत्या की घटना सामने आई है। एलानिया हत्या के आरोपी रिंकू उर्फ सुमित की हत्या उसके पड़ोसी के घर में की गई। इस घटना में रिंकू को चार गोलियाँ मारी गईं। हत्या का कारण 2019 में तेल मिल संचालक धीरू कश्यप की हत्या का बदला लेना बताया जा रहा है।
रिंकू की पहचान और हत्या की पृष्ठभूमि
रिंकू, जो भावनपुर के मनपुर गांव का निवासी था, एक गंभीर आपराधिक मामले में आरोपी था। उसे 7 फरवरी, 2024 को जेल से रिहा किया गया था। वह सिलाई सीखने के लिए अपने पड़ोसी ईश्वर के घर गया था, जहाँ ईश्वर का एक छोटी मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री भी है। घटना के समय, रिंकू सिलाई मशीन पर बैठा हुआ था, जब कुछ हमलावर उसके पास पहुंचे।
हमलावरों में रवि, मंगल, वीर सिंह, गौरव और जानी शामिल थे। ये सभी लोग हथियारों से लैस थे। जैसे ही रिंकू ने सिलाई शुरू की, इन लोगों ने उस पर गोलियाँ चलानी शुरू कर दीं। हमलावरों ने कुल नौ गोलियाँ चलाईं, जिनमें से चार गोलियाँ रिंकू को लगीं और वह वहीं पर गिरकर मर गया।
हत्या का कारण
प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट हुआ है कि रिंकू की हत्या का मुख्य कारण 2019 में धीरू कश्यप की हत्या का बदला लेना था। इस हत्या के बाद से रिंकू और अन्य आरोपी के बीच विवाद बढ़ गया था। रिंकू की जेल से रिहाई के बाद इस विवाद ने और गंभीर रूप धारण कर लिया, जिससे क्षेत्र में जातिगत तनाव और बढ़ने की आशंका बनी हुई है।
आरोपी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई
रिंकू के पिता राजेश सिंह ने इस मामले में पांच आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने चार टीमों का गठन किया है ताकि आरोपियों की जल्दी गिरफ्तारी की जा सके। एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने कहा कि पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है और स्थानीय लोगों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
पुलिस तैनाती और क्षेत्र की स्थिति
हत्या के इस सनसनीखेज मामले के बाद से गांव में तनाव का माहौल बन गया है। ऐसी स्थिति में, पुलिस बल को गांव में तैनात किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने शव के पोस्टमॉर्टम के लिए रात में एक डॉक्टरों का पैनल भी बनाया है।
समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएँ क्षेत्र में अशांति और भय का माहौल पैदा करती हैं। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि स्थानीय प्रशासन इस तरह की हिंसा को रोकने में असफल रहा है। वहीं, कुछ लोगों ने रिंकू के परिवार के प्रति सहानुभूति जताई है और न्याय की मांग की है।
आगे की चुनौतियाँ
इस हत्या ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या स्थानीय प्रशासन और पुलिस ऐसी घटनाओं को रोकने में सक्षम हैं। सामाजिक तनाव और जातिगत विवादों के बीच ऐसी घटनाएँ केवल अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति को ही नहीं दर्शाती, बल्कि समाज में गहरे अंतर्विरोधों को भी उजागर करती हैं। रिंकू की हत्या के मामले में न्याय की प्रक्रिया को तेज करना न केवल रिंकू के परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है।