Gandhi Jayanti: आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। राजघाट पर कई वरिष्ठ नेताओं ने बापू को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा, पीएम मोदी ने दिल्ली में आयोजित एक स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जहाँ उन्होंने हाथ में झाड़ू लेकर लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। प्रधानमंत्री ने इस अभियान में शामिल होने की अपील की, ताकि स्वच्छ भारत के प्रति भावना को और मजबूत किया जा सके।
स्वच्छता अभियान का महत्व
स्वच्छता अभियान का उद्देश्य केवल सफाई को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि यह देश में बेहतर स्वच्छता सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए एक सामूहिक प्रयास भी है। पीएम मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा की गई तस्वीरों के माध्यम से इस अभियान के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “आज आप सभी से निवेदन है कि आप अपने आस-पास के स्वच्छता अभियान का हिस्सा बनें।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज गांधी जयंती के अवसर पर, मैं अपने युवा साथियों के साथ स्वच्छता अभियान का हिस्सा बना। मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि आज आप भी अपने आस-पास के स्वच्छता अभियान का हिस्सा बनें। आपकी पहल ‘स्वच्छ भारत’ की भावना को और मजबूत करेगी।”
बच्चों की भागीदारी
स्वच्छता अभियान में बच्चों की भागीदारी को बढ़ावा देना एक महत्वपूर्ण कदम है। बच्चे ही भविष्य के नेता हैं, और उन्हें स्वच्छता के महत्व को समझाना आवश्यक है। पीएम मोदी ने इस पहल के माध्यम से बच्चों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया और उन्हें इस महत्वपूर्ण कार्य में शामिल होने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा, “स्वच्छता केवल एक कार्य नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और समाज का हिस्सा होना चाहिए। जब हम स्वच्छता के लिए काम करते हैं, तो हम अपने देश को साफ और सुंदर बनाते हैं।”
बापू की शिक्षाएं
महात्मा गांधी की शिक्षाएं आज भी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने हमेशा स्वच्छता और साफ-सफाई के महत्व पर जोर दिया। गांधी जी का कहना था कि “स्वच्छता आध्यात्मिकता का एक हिस्सा है।” उनके इस विचार को आगे बढ़ाते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि स्वच्छता केवल एक कार्य नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए।
गांधी जयंती पर, जब हम बापू को याद करते हैं, तो हमें उनकी शिक्षाओं को भी याद करना चाहिए और उन्हें अपने जीवन में उतारना चाहिए। स्वच्छता के माध्यम से हम न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
स्वच्छ भारत अभियान की उपलब्धियाँ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता को बढ़ावा देना है। इस अभियान के तहत कई उपलब्धियाँ हासिल की गई हैं।
- शौचालय निर्माण: स्वच्छ भारत अभियान के तहत लाखों शौचालयों का निर्माण किया गया है, जिससे खुले में शौच की प्रथा में कमी आई है।
- स्वच्छता प्रणाली: शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता प्रणाली को मजबूत किया गया है, जिससे लोगों को बेहतर स्वच्छता सुविधाएं मिल रही हैं।
- जन जागरूकता: स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का आयोजन किया गया है।
- नागरिक भागीदारी: लोगों को स्वच्छता अभियान में शामिल होने के लिए प्रेरित किया गया है, जिससे यह एक सामूहिक प्रयास बना है।
स्वच्छता में नागरिकों की भूमिका
स्वच्छता अभियान की सफलता के लिए नागरिकों की भागीदारी आवश्यक है। प्रत्येक नागरिक को अपने आस-पास की सफाई का ध्यान रखना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि “जब हम स्वच्छता के प्रति जागरूक होते हैं, तो हम अपने समाज को भी जागरूक करते हैं।”
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे अपने घरों के आसपास स्वच्छता बनाए रखें, कचरा इधर-उधर न फेंके और अपने बच्चों को भी इस कार्य के लिए प्रेरित करें। स्वच्छता केवल सरकार का काम नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
भविष्य की दिशा
पीएम मोदी का गांधी जयंती के इस अवसर पर संदेश स्पष्ट है – स्वच्छता एक व्यक्तिगत और सामूहिक जिम्मेदारी है। हमें बापू के आदर्शों को अपनाते हुए अपने समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना होगा।
यदि हम सभी इस अभियान में भागीदारी निभाते हैं, तो निश्चित रूप से हम अपने देश को स्वच्छता के एक नए स्तर पर ले जा सकते हैं।