चमोली। उत्तराखंड के चमोली जिले में वन्यजीव तस्करी के खिलाफ पुलिस और वन विभाग ने प्रभावी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग मामलों में तस्करों को गिरफ्तार किया था। इन कार्रवाइयों की वजह से चमोली पुलिस के चार जवानों को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रशंसा प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
पहला मामला: 10 दिसंबर, 2023 को चमोली पुलिस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने नंदप्रयाग क्षेत्र में एक वन्यजीव तस्कर को गिरफ्तार किया। नेपाल निवासी (वर्तमान पता पुरसाडी, चमोली) तस्कर के कब्जे से 43 ग्राम भालू की पित्त बरामद हुई, जिसकी अनुमानित कीमत 3,00,000 रुपये है।
दूसरा मामला: 3 दिसंबर, 2023 को एसओजी चमोली और वन विभाग की संयुक्त टीम ने कर्णप्रयाग बस स्टैंड के पास दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। भरत सिंह और खीम सिंह नामक ये अभियुक्त कस्तूरी मृग (मस्क डियर) के कस्तूरी और दांतों के साथ ऋषिकेश जाने वाले थे। भरत सिंह के पास 39.85 ग्राम कस्तूरी और 4.22 ग्राम दांत, जबकि खीम सिंह के पास 40.27 ग्राम कस्तूरी और 3.88 ग्राम दांत बरामद हुए। इस अवैध माल की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 5 लाख रुपये है।
वन्यजीवों के विरूद्ध हुए उक्त अभियोगों में वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो नई दिल्ली द्वारा चमोली पुलिस के कर्मियों उप निरीक्षक नवनीत भण्डारी, कांस्टेबल चन्दन नागरकोटी, कांस्टेबल आशुतोष तिवारी व कांस्टेबल रविकान्त आर्य द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु दी गयी खुफिया जानकारी व किए गए उत्कृष्ट कार्य के आधार पर वन्य जीव अपराध नियत्रंण ब्यूरो द्वारा उक्त पुलिस कर्मियों के नाम वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार को प्रेषित किए गए।
वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने पुलिस जवानों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रशंसा प्रमाण पत्र और नकद सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान चमोली पुलिस की वन्यजीव संरक्षण हेतु प्रतिबद्धता और कुशल कार्यप्रणाली का प्रमाण है।